जानिए जबड़ों में दर्द क्यों होता है

जानिए जबड़ों में दर्द क्यों होता है

आमतौर पर लोग दांतों या जबड़ों में होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन यह टैंम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर (टीएमडी) का संकेत भी हो सकता है। टैंम्पोरोमैंडिबुलर जोड़ (टीएमजे) निचले जबड़े को खोपड़ी की हड्डियों से जोड़ता है। यह जबड़े को ऊपर-नीचे और बाएं-दाएं ले जाने में मदद करता है। इसीलिए हम बात कर पाते हैं और अपना भोजन चबा पाते हैं।

टीएमडी का सबसे आम कारण जबड़े, सिर या गर्दन की मांसपेशियों में चोट लगना है। इसके अलावा बच्चों के कान में संक्रमण होने पर भी इसकी आशंका बनी रहती है। बहुत से लोग लगातार तंबाकू और गुटखा आदि चबाते रहते हैं। इससे टैंम्पोरोमैंडिबुलर जोड़ को नुकसान पहुंचता है। दांतों का एक सीध में ना होना और लंबे समय तक मानसिक तनाव भी इस डिसऑर्डर की वजह हो सकती है।

जानिए जबड़ों में दर्द इसलिए भी हो सकता है - तनाव के दौरान लोग अक्सर अपने जबड़े को भींचते है या गुस्से में अपने दांत पीसने लगते हैं। इस वजह से मांसपेशियां तनी हुई अवस्था में रहती हैं और जोड़ को आराम नहीं मिल पाता है। इससे जोड़ में सूजन, दर्द और शिथिलता हो सकती है। साइनस और गठिया के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
 

टैंम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर (टीएमडी) के लक्षण क्या हैं ?

टीएमडी की पहचान कुछ सामान्य लक्षणों से की जा सकती है। इससे पीड़ित व्यक्ति जबड़े के एक या दोनों तरफ दर्द महसूस करता है। ऐसे लोग जब भी अपना मुंह खोलते हैं या कुछ चबाते हैं तब 'क्लिक' की आवाज आती है। उन्हीं कुछ भी काटने या चबाने में परेशानी होती रहती है और साथ ही अक्सर सिरदर्द बना रहता है। समस्या बढ़ने पर दांत और गर्दन में भी दर्द रहने लगता है।

कंधे के ऊपरी हिस्से में दर्द, चक्कर आना, चेहरे में खिंचाव, कम सुनाई देने और कान बजने (टिनिटस) जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। कभी-कभी अंगुलियों में झनझनाहट महसूस होती है। सांस लेने में परेशानी इसका एक अन्य लक्षण हैं। यह डिसऑर्डर जबड़े के एक या दोनों जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। इससे पीड़ित लोगों को मुहं खोलने में तकलीफ होती है। उनका चेहरा विकृत हो जाता है।
 

टैंम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर (टीएमडी) से कैसे बचें ?

दुनिया में टीएमडी से प्रभावित लोगों की संख्या बहुत है। इससे बचने के लिए भोजन को जबड़े के किसी भी एक तरफ से चबाएं। कड़ी चीजों को दांतों से तोड़ने का प्रयास न करें। ऐसी किसी भी गतिविधि से बचें, जिससे आपको अपना मुंह ज्यादा खोलना पड़े। गर्दन और चेहरे का दर्द कम करने के लिए उठने-बैठने और काम करने के सही तौर-तरीके अपनाएं। अगर आपकी समस्या बढ़ती जा रही है तो दंत चिकित्सक से सम्पर्क करें।
 

टैंम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर (टीएमडी) का इलाज क्या है ?

टैंम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर में ओवर-द-काउंटर दवाएं दी जाती हैं। दर्द अधिक होने पर डॉक्टर दर्दनिवारक दवाओं का सहारा लेते हैं। इससे मांसपेशियों में दर्द और सूजन से राहत मिलती है। अगर पीड़ित व्यक्ति को जबड़े में आवाज के साथ तेज दर्द का अहसास होता है या जबड़ा खुलने और बंद होने की स्थिति में एक तरफ खिसकने लगता है तो फिजियोथेरैपी का सहारा लिया जाता है। इस डिसऑर्डर से छुटकारा पाने के लिए जीवन-शैली में बदलाव बहुत आवश्यक हैं। इलाज के लिए कभी-कभी आर्थोसेन्टेसिस, आर्थोस्कोपी या टीएमजे डिस्क सर्जरी जैसे तरीके भी आजमाए जाते हैं। अगर मरीज को मुंह खोलने में अधिक तकलीफ है तो इलाज के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
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