क्लाउड कंप्यूटिंग के इन क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं

क्लाउड कंप्यूटिंग के इन क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं

भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग के इन क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं जो आने वाले समय में क्लाउड कंप्यूटिंग की विभिन्न फील्ड्स में 1 मिलियन से भी ज्यादा जॉब्स जनरेट होंगी। इस फील्ड की विभिन्न फील्ड्स में एक्सपर्ट प्रोफेशनल्स की मांग निरंतर बढ़ेगी क्योंकि आजकल पूरी दुनिया की अनेक कंपनियां इस टेक्नोलॉजी को अपना रही हैं।

अगर आप एक आईटी और सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट हैं तो आप इसमें में क्लाउड आर्किटेक के तौर पर अपना करियर शुरू कर सकते हैं। क्लाउड आर्किटेक संबद्ध प्रोजेक्ट्स की तकनीकी आवश्यकताओं को आर्किटेक्चर और डिजाइन में परिवर्तित करने के लिए जिम्मेदार होता है। ये प्रोफेशनल्स क्लाउड में जटिल व्यावसायिक समस्याओं और समाधानों के बीच अंतराल को कम करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। पूरी दुनिया में क्लाउड कंप्यूटिंग में एक्सपर्ट प्रोफेशनल्स को अच्छी सैलरी के साथ पैकेज ऑफर दिए जाते हैं।

भारत में कंप्यूटर और आईटी एक्सपर्ट्स एक क्लाउड आर्किटेक के तौर पर अपना बेहतरीन करियर शुरू कर सकते हैं। फिर आप अपनी करियर लाइन के माध्यम से इसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है ?

इसमें सभी संबद्ध कंप्यूटर रिसोर्सेज को शेयर किया जाता है और इसमें प्रोसेसिंग के लिए लोकल सर्वर्स या अन्य डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है। दूसरे शब्दों में, क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसके तहत बार-बार इस्तेमाल किये जाने वाले डाटा को मल्टीपल सर्वर्स पर स्टोर किया जाता है और इंटरनेट के माध्यम से इसके सभी कार्य किये जाते हैं। आसान भाषा में कहें तो इंटरनेट के जरिये ही यूजर्स के कंप्यूटर सिस्टम को सर्वर्स, स्टोरेज फैसिलिटी और अन्य जरूरी एप्लीकेशंस प्रदान किए जाते हैं। ड्रॉपबॉक्स और गूगल अपने यूजर्स को ये सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं।

क्लाउड आर्किटेक कौन होते हैं ?

ये पेशेवर आईटी के फील्ड के एक्सपर्ट्स होते हैं और आमतौर पर संबद्ध कंपनी के क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम की देखभाल करते हैं। ये पेशेवर मुख्य रूप से अपनी कंपनी या संस्थान के लिए क्लाउड एप्लीकेशन डिजाइन करते हैं और क्लाउड कंप्यूटिंग से संबद्ध योजनाओं को अप्रूव करने के साथ-साथ क्लाउड स्टोरेज की समुचित व्यवस्था भी करते हैं। इन पेशेवरों को क्लाउड डेवलपर या क्लाउड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के नाम से भी दिया गया है।

क्लाउड आर्किटेक्ट्स के लिए जरूरी स्किल सेट कौन-कौन से हैं ?

इन पेशेवरों के पास एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के साथ-साथ निम्नलिखित वर्क-स्किल्स जरूर होनी चाहिए।
  • टेक्निकल स्किल्स एचटीएमएल, क्लाउड कंप्यूटिंग बेसिक्स, ओओपीएस, जावा, सीसीप्लेस, डॉट नेट।

  • सिक्यूरिटी, इंटरनेट, एन्क्रिप्शन, ऑथराइजेशन और सिक्यूरिटी प्रोटोकॉल्स।

  • डाटा इंटीग्रेशन और डाटा एनालिसिस-डाटा माइनिंग, ईआरपी सिस्टम।

  • प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल्स/रिस्क एनालिटिक्स, सर्विस एग्रीमेंट्स और कंपनी पॉलिसीज।

  • बिज़नेस और फाइनेंस/बिज़नेस केस, ऑनलाइन मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज और फाइनेंस से संबद्ध सभी प्रकार की जरूरी जानकारियां।

भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग के किन क्षेत्रों में नौकरी मिल सकती हैं ?

देश-विदेश में इंटरनेट और डाटा के लगातार बढ़ते हुए इस्तेमाल के कारण आजकल इसके फील्ड क्लाउड आर्किटेक्ट्स या क्लाउड पेशेवरों के लिए कई किस्म की जॉब्स या करियर विकल्प मौजूद हैं। लेकिन हरेक जॉब प्रोफ़ाइल के लिए इन पेशेवरों को क्लाउड कंप्यूटिंग की बेसिक जानकारी के साथ-साथ संबद्ध फील्ड की विशेष जरूर होनी चाहिए। हमारे देश सहित पूरी दुनिया में क्लाउड कंप्यूटिंग से जुडी प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स या करियर विकल्प निम्नलिखित हैं :
  • क्लाउड कंसल्टेंट

  • क्लाउड सिस्टम इंजीनियर

  • क्लाउड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर

  • क्लाउड सॉफ्टवेयर इंजीनियर

  • क्लाउड नेटवर्क इंजीनियर

  • क्लाउड नेटवर्क आर्किटेक्ट

  • क्लाउड नेटवर्क प्लानर

  • क्लाउड आर्किटेक्ट

  • क्लाउड डेवलपर

  • क्लाउड प्रोग्रामर

  • क्लाउड प्रोडक्ट मैनेजर

  • क्लाउड सेल्स एग्जीक्यूटिव

  • क्लाउड बिजनेस एनालिस्ट
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