फिल्म में एक्टिंग करने के लिए क्या करें ?
विलियम शेक्सपियर ने कहा था कि ये विश्व एक रंगमंच है और सभी स्त्री-पुरुष यहां सिर्फ पात्र हैं। उनका प्रवेश और प्रस्थान निश्चित होता है। जी हां, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे Amazon Prime, MX Player, Hotstar, Sony Liv जैसे खुले प्लेटफॉर्म्स ने लोगों को मनोरंजन का नया विकल्प मुहैया कराया है। इसी के साथ अभिनय के क्षेत्र में कलाकारों के साथ इस फील्ड के दूसरे स्किल्स के जानकारों के लिए बेहतरीन मौके सामने आए हैं।
अभिनय के क्षेत्र में सकारात्मक और नकारात्मक बातों पर भी ध्यान रखना होता है। इस फील्ड में एक ओर दौलत और शोहरत है तो दूसरी ओर कॉम्पिटीशन और असफलता के कारण बहुत से एक्टर या एक्ट्रेस डिप्रेशन का शिकार होने लगते हैं। इसलिए फिल्म के फील्ड में कदम रखने से पहले आपको मानसिक रूप से तैयार रहना होगा और धैर्य से काम लेना होगा। आजकल बहुत से इंस्टीट्यूट अभिनय में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करा रहे हैं। किसी भी इंस्टीट्यूट में अभिनय कोर्स में एडमिशन लेने से पहले उस संस्थान के बारे में अच्छी जानकारी ले लेनी चाहिए। अभिनय कोर्स को अच्छे और प्रतिष्ठित संस्थान से ही करें वरना बाद में पछतावा हो सकता है।
एक्टिंग का रचनात्मक क्षेत्र :
तकनीकी विकास ने अभिनय यानी कि मनोरंजन की दुनिया को बंदिशों के बीच से लाकर खुले आसमान के नीचे खड़ा कर दिया है। मनोरंजन का क्षेत्र अब केवल फिल्मों या नाटकों तक सीमित नहीं रह गया है। अब शॉर्ट फिल्में, विज्ञापन, क्राइम प्रोग्राम के साथ ही स्थानीय भाषाओं में भी कई तरह की कहानियों को शूट करके यू-ट्यूब के जरिए लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। लेकिन इन सबसे भी ज्यादा क्रांतिकारी बदलाव MX Player, Amazon Prime, Sony Liv, Hotstar और ऐसे ही अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स लेकर आए हैं। मनोरंजन की दुनिया के ये सभी प्लेटफॉर्म्स अब भारी संख्या में वेब सीरीज बना रहे हैं। इनके कई-कई सीजन लगातार आ रहे हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि अब इन प्लेटफॉर्म्स के लिए बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउस प्रोग्राम बना रहे हैं और वे मोटी रकम खर्च कर रहे हैं। ऐसे में अभिनय के लिए पहले से जमे हुए कलाकारों के साथ ही भारी संख्या में नए कलाकारों की मांग तेजी से बढ़ी है।फ़िल्मी बैकग्राउंड जरूरी नहीं :
बहुत से लोग मानते हैं कि अभिनय के क्षेत्र में केवल फ़िल्मी बैकग्राउंड वालों को ही मौका मिलता है। अगर आपका फ़िल्मी बैकग्राउंड नहीं है तो आपको अभिनय के फील्ड में काम मिलने में थोड़ा समय लग सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि फिल्म इंडस्ट्री में काम सिर्फ फ़िल्मी सितारों के परिवारों के लोगों को ही मिलता है। अगर उनके पेरेंट्स ही फिल्म मेकर हैं तो वे अपने बच्चों को हीरो या हीरोइन के तौर पर लांच कर सकते हैं। लेकिन इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अभिनय स्किल का आना बेहद जरूरी है। बाकी सभी लोगों को ऑडिशन के दौर से तो गुजरना ही पड़ता है। आप लगातार ऑडिशन दे रहे हैं तो निश्चित ही आपको 5 से 6 महीने में काम मिल सकता है। लेकिन आपको अपना टैलेंट बाहर लाकर दिखाना होगा।कोर्स और योग्यता :
12वीं उत्तीर्ण करने के बाद अभिनय के क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है जिन्होंने 12वीं पास कर ली है ऐसे स्टूडेंट्स अभिनय में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। एक्टिंग से जुड़े प्रमुख कोर्स में दो वर्षीय कोर्स पीजी डिप्लोमा इन एक्टिंग, तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स इन एक्टिंग एवं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सिनेमा और 6 महीने की अवधि में पूरा कराया जाने वाला फ़ास्ट ट्रैक एक्टिंग कोर्स आदि शामिल हैं।सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग 3 से 6 माह, डिप्लोमा इन परफोर्मिंग आर्ट्स, बैचलर इन परफोर्मिंग आर्ट्स जैसे कोर्स भी किये जा सकते हैं। हालांकि बहुत से इंस्टीट्यूट 10वीं के बाद भी अभिनय कोर्स कराते हैं। ग्रेजुएशन के बाद पीजी सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग के बाद भी इस क्षेत्र में करियर के द्वार खुल जाते हैं। प्रतिष्ठित संस्थान में एक्टिंग कोर्स की फीस 3 से 6 माह के सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स के लिए 50 हजार से 1 लाख रूपये के आसपास तक होती है। वहीं, एक से दो वर्ष के कोर्स की एक से दो लाख रूपये या इससे ज्यादा भी हो सकती है। इस मामले में सरकारी संस्थानों में काफी कम फीस ली जाती है।