ज्वैलरी डिजाइनिंग में करियर कैसे बनाएं ?

ज्वैलरी डिजाइनिंग में करियर कैसे बनाएं ?

गहनों की दुनिया बदल रही है। इसलिए आप ज्वैलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं। यहां इतने मौके शायद ही कभी रहे हों। देश में त्योहारों के माहौल या शादी समारोह के समय में सोने, चांदी, हीरे-मोती इत्यादि के आभूषणों की खरीददारी बाकी अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही होती है। वैसे तो गहनों की खरीददारी साल में ज्यादातर समय होती ही रहती है। गहनों की रिटेल ट्रेडिंग के बढ़ते कारोबार ने इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए विकल्पों के नए रास्ते खोल दिए हैं। यहां अच्छी कमाई और क्रिएटिविटी दोनों हैं।

ज्वैलरी डिजाइनिंग का बढ़ता कारोबार :

पूरी दुनिया को लेकर बात करें तो विश्व में ज्वैलरी और रत्न बाजार के मामले में भारत का हिस्सा सबसे अधिक है। साल 2021 की तुलना में (2.24 अरब अमेरिकी डॉलर) 3.5 गुना अधिक (7.1 अरब अमेरिकी डॉलर) जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात किया है। इससे पता चलता है कि यह मार्केट कितनी तेजी से बढ़ रहा है।

ज्वैलरी डिजाइनिंग का नया ट्रेंड :

भारत में कुछ समय पहले तक जहां फोकस सिर्फ सोने से बने गहनों पर ही होता था, अब ज्वैलरी के क्षेत्र के महारथी पीसी ज्वैलर्स, कल्याण, रिलायंस ज्वैलर्स और तनिष्क, खजाना, प्रिंस, शुभ, मालाबार आदि के रिटेल ट्रेंडिंग क्षेत्र में उतर जाने के बाद से सोने-चांदी के आभूषणों के साथ-साथ अब रत्न और स्टोंस से बनी ज्वैलरी एवं ब्रांडेड और कॉस्ट्यूम ज्वैलरी पहनने का चलन बढ़ गया है।

ज्वैलरी के क्षेत्र में इन नए ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए इस इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए भी नए मौके सामने आए हैं। जहां बेहतर काम करने का मौका है और साथ में शानदार सैलरी भी मिलती है। नेशनल स्किल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) के अनुसार आने वाले समय में इस क्षेत्र में 80 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकता है। इस क्षेत्र के विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि ज्वैलरी इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए इससे बेहतर अवसर पहले नहीं था।

ज्वैलरी डिजाइनिंग में ऐसे शुरुआत करें :

पहले इस इंडस्ट्री में करियर बनाने का एकमात्र तरीका होता था, किसी प्रतिष्ठित सुनार के साथ रहकर काम सीखना, पर अब ऐसा नहीं है। आप चाहें तो स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद ज्वैलरी डिज़ाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। पूरे भारत में ढेरों संस्थान ज्वैलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स करवाते हैं। इस कोर्स में दाखिला पाने के लिए आपको एक टेस्ट और इंटरव्यू पास करना होगा। पर, यदि आपका आर्ट में बैकग्राउंड है तो निश्चित तौर पर आपको यहां अपनी धाक जमाने में मदद मिलेगी।

इस कोर्स में छात्रों को स्टोन के प्रकार, ज्वैलरी की कलर स्कीम, डिजाइनिंग थीम, कॉस्ट्यूम ज्वैलरी और ज्वैलरी कॉस्टिंग आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है। ज्वैलरी डिजाइनर बनने के लिए किसी विशेष योग्यता का होना आवश्यक नहीं है।

ट्रेनिंग के दौरान आप सभी चीजों की जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं। डिजाइनिंग के प्रति अभिरुचि और साथ ही छोटी-से-छोटी डिटेल के बारे में भी सतर्क होना जरूरी है। तकनीकी रूप से सक्षम होने के अलावा आपको रचनात्मक और कल्पनाशील भी होना चाहिए। इसके साथ ही फैशन इंडस्ट्री और इंटरनेशनल ट्रेंड के बारे में खुद को अपडेट रखें।

ज्वैलरी डिजाइनिंग के लिए मौके कहां-कहां हैं ?

ज्वैलरी डिजाइनर के लिए काम करने के लिए अब मौकों की कमी नहीं है। आप ज्वैलरी डिजाइनिंग हाउस, एक्सपोर्ट हाउस, फैशन हाउस में काम करने के अलावा खुद का बिज़नेस या फ्रीलांसिंग डिजाइनिंग भी कर सकते हैं। यदि आप एक्सपोर्ट हाउस जॉइन करते हैं तो इंटरनेशनल मार्केट में क्या ट्रेंड है इसके बारे में भी आपको जानकारी मिलती रहेगी। वैसे अधिकतर स्टूडेंट अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस स्थापित करके बिज़नेस करते हैं। फ्रीलांसर डिजाइनर के तौर पर आपका काम दिए गए ऑर्डर के अनुरूप डिजाइन बनाना होता है। इसके अलावा आपको ज्वैलरी बनाने वाले लोगों को दिशा-निर्देश भी देना होगा। जो लोग विदेश जाकर ज्वैलरी डिजाइनिंग में किस्मत आजमाना चाहते हैं उनके लिए US, लेबनान, कतर, जॉर्डन, मालदीव, बहरीन, कुवैत, सोमान में रोजगार के बहुत अवसर हैं।
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