SSC-CHSL परीक्षा की तैयारी ऐसे करें

SSC-CHSL परीक्षा की तैयारी ऐसे करें
केंद्र सरकार विभिन्न विभागों में लोअर डिवीजन क्लर्क, डाटा एंट्री ऑपरेटर, जूनियर सेक्रेट्रिएट असिस्टेंट, पोस्टल/सॉर्टिंग असिस्टेंट जैसे पदों पर नियुक्ति के लिए SSC-CHSL के नोटिफिकेशन जारी करती रहती है। जो विद्यार्थी पहले से ही तैयारी में लगे हैं, उनके लिए तो सफलता की संभावना काफी ज्यादा है, लेकिन ऐसे युवा जो फुल या पार्ट टाइम जॉब कर रहे हैं या पिछले वर्ष ही 12वीं या ग्रेजुएशन किए हैं वे भी यदि 6 से 8 घंटे प्रतिदिन का समय एक निर्धारित दिनचर्या के अनुसार तैयारी में लगाएं तो सफलता पा सकते हैं।

प्रथम चरण के लिए खास रणनीति बनाएं

इस प्रतियोगी परीक्षा का टियर-1 (प्रथम चरण) सफलता का पहली सीढ़ी है। इसमें निर्धारित प्रश्नों की संख्या 100 (पूर्णांक 200) तथा इसका समय 60 मिनट होता है। इन प्रश्नों की संख्या व निर्धारित समय को देखते हुए यह आवश्यक होती है कि प्रश्न - पत्र को हल करते समय प्रारंभ से ही टाइम मैनेजमेंट व एक्यूरेसी को ध्यान में रखा जाए।

जनरल अवेयरनेस (GA) का रणनीतिक महत्व होता है

जनरल अवेयरनेस (GA) के खंड का इस एग्जाम में रणनीतिक महत्व होता है। आप अपने समय की कुछ बचत सामान्य जागरूकता के खंड में कर सकते हैं। इसके लिए प्रश्नों को जल्दी पढ़ने-समझने तथा सही उत्तर का चयन करने का अभ्यास कर लें। यहां से जिस समय की बचत होती है वह मैथ्स के कठिन प्रश्नों को हल करने में उपयोगी साबित होगी।

इस तरीके से अध्ययन करें

सामान्य जागरूकता यानी जनरल अवेयरनेस की तैयारी के लिए राजनीति, भौतिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान से पिछले 5 वर्षों में पूछे गए प्रश्नों को देखकर उन प्रश्नों के स्तर के अनुसार अपनी तैयारी करें। एन्वॉयरन्मेंट व कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से संबंधित 2-3 प्रश्न पूछे जाते हैं। जबकि करेंट अफेयर्स के लिए पिछले 6 माह की गतिविधियां-आर्थिक, राजनैतिक, भौगोलिक, विज्ञान, साहित्य, कला व खेल-कूद आदि के क्षेत्र राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां, पुरस्कार, उल्लेखनीय व्यक्ति/उपलब्धि आदि का अध्ययन कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले प्रत्येक माह की संक्षेप में दी गई गतिविधियों को करेंट अफेयर्स की मैगजीन से तैयार कर लें। फिर महत्वपूर्ण गतिविधियों के विस्तार स्वरूप का अध्ययन करें। साथ ही नियमित रूप से न्यूज-पेपर व करेंट अफेयर्स की मैगजीन हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पढ़ें। इससे करेंट अफेयर्स की तैयारी के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी भाषा के ज्ञान में वृद्धि होगी।

इसकी परीक्षा की सही तैयारी पूरे अंक दिलाएगी

रीजनिंग से संबंधित यह भाग रुचिकर होने के साथ ही मैथ्स की तरह 100% मार्क्स स्कोर करने की संभावना वाला होता है। इसके लिए समरूपता/विभिन्नता/सीरीज/वर्गीकरण (अंक/अक्षर/शब्द/चित्र आदि) से संबंधित प्रश्न, सांकेतिक भाषा, रक्त-संबंध, दिशा, पद-अनुक्रम, सीटिंग, न्याय-निगमन, घड़ी व कैलेंडर, कथन-निष्कर्ष, वेन आरेख तथा घन/पासा आदि से संबंधित प्रश्नों के लिए कम से कम पिछले पांच वर्षों के प्रश्नों को हल करने के बाद मॉक टेस्ट पर अभ्यास करें।

इंग्लिश लैंग्वेज की नियमित तैयारी जरूर करें

प्रश्न-पत्र के इस खंड के लिए और टियर-2 (द्वितीय चरण) में राइटिंग एबिलिटी टेस्ट, दोनों के लिए इंग्लिश ग्रामर की तैयारी अच्छी होनी चाहिए। इसके साथ ही Vocabulary (Synonyms/Antonyms/One Word Substitution) के लिए नियमित रूप से 20-30 शब्द याद कर सकते हैं।

इसी प्रकार Idioms & Phrase को समझकर याद करें। जबकि Shorting Error से संबंधित प्रश्न के लिए इंग्लिश ग्रामर के नियमों पर अभ्यास जरूरी है। उपरोक्त दोनों की तैयारी पैसेज के कंटेंट को समझने में सहायक होगी। पैसेज पर आधारित प्रश्न के उत्तर का चयन करते समय पैसेज के संदर्भ, उद्देश्य तथा दिए गए तथ्यों पर विशेष ध्यान देकर सही उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

बेसिक कॉन्सेप्ट को जरूर समझें

गणित से संबंधित इस भाग में प्रारंभिक अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति, ज्यामितीय, सांख्यिकी से संबंधित प्रश्न होंगे। यहां भी सही ढंग से की गई तैयारी 100% मार्क्स दिला सकती है। इसके लिए सबसे पहले आपको बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर होने चाहिए। किसी टॉपिक का बेसिक कॉन्सेप्ट समझने के बाद प्रारंभ में सरल प्रश्न को हल करें फिर कठिन प्रश्न/शॉर्ट ट्रिक्स/क्विकर मैथड/ऑप्शन बेस्ड आदि को अपनाएं। पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का अभ्यास आपको आत्मविश्वासी भी बनाएगा।

सिलेबस के अनुसार तैयारी करें

लेख में दिए गए सभी भागों में दक्षता के लिए सबसे पहले SSC की वेबसाइट पर सभी विषयों का सिलेबस देख लें। फिर उसी के अनुसार तैयारी प्रारंभ करें। अध्ययन के लिए अपनी दिनचर्या में 6 से 8 घंटे का समय नियमित रूप से जरूर निकालें। चाहे तो इसे 3-4 घंटे सुबह-शाम सुविधानुसार निर्धारित कर लें। प्रीवियस ईयर पेपर/मॉडल पेपर का निरंतर अभ्यास करें साथ ही विभिन्न स्त्रोतों पर उपलब्ध ऑनलाइन मॉक टेस्ट का अभ्यास करें और स्वमूल्यांकन करते हुए सफलता के प्रति द्रढ़ संकल्पित रहें।
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