एलर्जी के कारण होने वाली त्वचा की समस्या के बारे में जानिए

Skin Allergy : एलर्जी के कारण होने वाली त्वचा की समस्या के बारे में जानिए

Skin Allergy  

एलर्जी के कारण होने वाली त्वचा की समस्या के बारे में जानिए

यदि मौसम में बदलाव आते ही आपकी त्वचा पर लाल, सूखे चकत्ते पड़ने लगते हैं और उनमें खुजली की समस्या बनी रहती है तो इसका कारण मौसमी एलर्जी (Seasonal Allergy) हो सकता है। आमतौर पर मौसम में बदलाव के कारण अधिक छीकें आने, बहती नाक आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन मौसमी एलर्जी (Seasonal Allergy) त्वचा पर भी गंभीर प्रभाव छोड़ सकती है। इससे रोगी का सामान्य जीवन तक प्रभावित होता है। 

एलर्जी (Allergy) क्या है ?

एलर्जी वह स्थिति है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बाहरी पदार्थ के प्रति असामान्य रूप से प्रतिक्रिया करती है। कई महिलाओं में इन पदार्थों का कोई असर नहीं होता, लेकिन कुछ में यह बहुत गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। हमारा प्रतिरक्षा तंत्र इन पदार्थों या एलर्जी के प्रति एंटीबॉडी उत्पादित कर प्रतिक्रिया करता है। ये असल में प्रोटीन होते हैं, जो कोशिकाओं को इन पदार्थों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं। कोशिकाएं हिस्टामाइन उत्पादित करती हैं, जो साइनस, वायुमार्ग, पाचन तंत्र और त्वचा में सूजन व जलन पैदा कर सकती है। विश्व में लगभग 50 मिलियन लोग मौसमी एलर्जी (Seasonal Allergy) से जूझते हैं। कई बार इसका उनकी त्वचा पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। उन्हें एक्जिमा, अत्यधिक सूजन और त्वचा पर लाल धब्बे जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 

समस्याएं और प्रभाव जानिए 

एलर्जी का सबसे अधिक प्रभाव त्वचा पर पड़ता है। लाल धब्बे और त्वचा पर खुजली की समस्याएं तब उत्पन्न होती हैं, जब आप किसी एलर्जिक पदार्थ के संपर्क में आती हैं। कई बार एलर्जी पहली बार में इतनी प्रभावी नहीं होती, मगर दूसरी बार होने पर यह अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। हमारा प्रतिरक्षा तंत्र एलर्जिक तत्वों के प्रति एक उत्तेजक प्रतिक्रिया करता है और हिस्टामाइन का उत्पादन करता है, जिसके कारण त्वचा का लाल होना, फफोले पड़ना, सूजन, पित्ती और खुजली की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। 

ऐसे करें बेहतर बचाव 

किसी भी प्रकार की एलर्जी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि एलर्जी के कारणों से दूर रहें। मसलन, यदि आप जानती हैं कि किसी खास किस्म की खुशबू आपकी त्वचा को प्रभावित करती है तो आप उससे दूरी बनाए रखें या फिर डाई फ्री और गंध रहित (फ्रेगरेंज फ्री) उत्पादों का उपयोग करें। अगर आपको धूल या किसी अन्य तत्व से एलर्जी की समस्या है तो ऐसे स्थानों पर जाने से बचें या कम जाएं। 
यदि एलर्जिक कारणों से बचाव संभव नहीं है तो ऐसे में आपको अपनी त्वचा का अधिक ध्यान रखना होगा। खुजली के लिए सामान्यतः उपयोग होने वाली स्टेरॉयड क्रीम से जितना हो सके, उतना बचें। ये उत्पाद त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके स्थान पर साधारण स्किन केयर रूटीन को अपनाएं। इसके अलावा त्वचा को पानी से धोकर उसे किसी जेंटल क्लींजर से साफ करें, फिर हाइड्रेटिंग क्रीम, नारियल तेल या फिर वैसलीन का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। याद रखें कि आपका मकसद त्वचा की मरम्मत करना होना चाहिए, उसे अधिक नुकसान पहुंचाना नहीं। 
ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों, जैसे कि पलकों पर रात में वैसलीन की एक मोटी परत लगाकर सोएं। यह तरीका आपको काफी आराम पहुंचाएगा। उन सभी प्रकार के इत्रों और तेलों (विशेषकर सरसों का तेल) से बचें, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

सरसों तेल के उपयोग से बचें 

एलर्जी का सबसे अधिक प्रभाव त्वचा पर पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति एलर्जी से ग्रसित है तो उसे गंध रहित उत्पादों का उपयोग करना चाहिए। खुजली के लिए आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली स्टेरॉयड क्रीम से जहां तक संभव हो, बचें। इसकी जगह आप साधारण स्किन केयर रुटीन को अपना सकती हैं। त्वचा पर सरसों तेल के उपयोग से भी बचें, क्योंकि यह स्थिति को अधिक गंभीर बना सकता है। आप त्वचा को सादे पानी से धोकर उसे किसी जेंटल क्लींजर से साफ करके हाइड्रेटिंग क्रीम, नारियल तेल या वैसलीन का इस्तेमाल कर सकती हैं।   

Next Post Previous Post