गोवर्धन परिक्रमा इतने किलोमीटर की होती है गोवर्धन परिक्रमा करने के नियम जरूर जान लें
गोवर्धन परिक्रमा (Govardhan Parikrama) इतने किलोमीटर की होती है गोवर्धन परिक्रमा करने के नियम जरूर जान लें, ये बात तो सभी को पता है गोवर्धन महाराज की परिक्रमा 7 कोस की होती है मतलब 21 किलोमीटर की होती है इनकी परिक्रमा लगाने से हमारे सभी पाप धुल जाते हैं। इन नियमों का पालन करके आपकी गोवर्धन परिक्रमा सफल और आनंदमयी हो सकती है।
गोवर्धन परिक्रमा करने के नियम कुछ इस प्रकार हो सकते हैं
1. प्रारंभिक जानकारी : गोवर्धन परिक्रमा का प्रारंभिक ज्ञान होना चाहिए, जैसे कि परिक्रमा का मार्ग, महत्व, परंपराएं साथ में राधा नाम का जाप जरूर होना चाहिए।
2. समय : परिक्रमा का समय सही चुनना चाहिए, जिससे यात्रा अधिक सुरक्षित और सम्पूर्ण हो सके।
3. स्नान और वस्त्र : परिक्रमा के पहले स्नान करना और शुद्ध वस्त्र पहनना उचित होता है।
4. निरंतरता : परिक्रमा को बिना टूटे हुए निरंतर चलना चाहिए, बार-बार रुकना या विश्राम करना अच्छा नहीं होता।
5. प्राथमिकता : गोवर्धन परिक्रमा की प्राथमिकता देनी चाहिए, अन्य कार्यों के लिए उसे छोड़ देना उचित नहीं है।
6. विधि-विधान : परिक्रमा करते समय विधि-विधान का पालन करना चाहिए, जैसे कि दूसरों के साथ सद्भाव में रहना।
7. आहार : आहार में सावधानी बरतनी चाहिए, जिससे शारीरिक तथा आध्यात्मिक लाभ हो सके।
8. सावधानियाँ : यात्रा के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए, विशेष रूप से मौसम और स्वास्थ्य से संबंधित मामलों में सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।
9. ध्यान और ध्येय : परिक्रमा के दौरान मन को स्थिर और ध्येय पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए।
10. समाप्ति : परिक्रमा पूरी होने पर समाप्ति संबंधी आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए।